शिवसेना (यूबीटी)-एमएनएस गठबंधन को करारी शिकस्त: मुंबई की प्रतिष्ठित बीईएसटी एम्प्लॉइज कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी के चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
दोनों पार्टियों ने ‘उत्कर्ष’ नामक संयुक्त पैनल के तहत चुनाव लड़ा था, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) के 18, मनसे के 2 और अनुसूचित जाति-जनजाति संगठन का 1 उम्मीदवार शामिल था। हालांकि, यह गठबंधन सभी 21 सीटें हार गया, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
बीईएसटी कामगार सेना के अध्यक्ष सुहास सामंत ने इस हार को चौंकाने वाला बताया और आरोप लगाया कि चुनाव में धनबल का प्रभाव था। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने भी मतदाताओं को लुभाने के लिए धन के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
यह चुनाव ऐसे समय में हुआ जब आगामी बीएमसी चुनावों के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही थीं, और इसे एकता का संदेश देने का एक मौका माना जा रहा था।
बीईएसटी क्रेडिट सोसाइटी, जिसके 15,000 से ज़्यादा सदस्य हैं, लंबे समय से शिवसेना (यूबीटी) के प्रभाव में रही है, लेकिन इस बार शशांक राव के पैनल ने सबसे ज़्यादा 14 सीटें जीतकर दबदबा बनाया। यह परिणाम दोनों दलों के लिए रणनीतिक पुनर्विचार का संकेत देता है।