दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले की जांच में आरोपी राजेश खिमजी के बयान पुलिस को हैरान कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान राजेश लगातार ऐसी कहानियां सुना रहा है जो जांच को भटकाने की कोशिश लगती हैं।
उसने दावा किया कि वह शिव मंदिर बनाकर पूजा करता है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसे शिवलिंग में भगवान शिव के भैरव स्वरूप के दर्शन हुए। राजेश के मुताबिक, भैरव रूप में आए एक कुत्ते ने उसे दिल्ली जाकर अपनी बात रखने का आदेश दिया।
पुलिस ने बताया कि वह उज्जैन गया, जहां उसे फिर वही कुत्ता दिखाई दिया और उसने दिल्ली जाने का निर्देश दिया। इसके बाद राजेश बिना टिकट ट्रेन से नई दिल्ली पहुंचा, मेट्रो ली, गलत स्टेशन पर उतरा और राहगीरों से पूछकर रिक्शा से मुख्यमंत्री के निजी आवास तक पहुंचा। उसने रिक्शा वाले को 50 रुपये दिए।
पूछताछ में उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री से दिल्ली में कुत्तों को बाहर न करने की अपील करने आया था, लेकिन जब उसकी बात नहीं सुनी गई तो उसने गुस्से में आकर हमला कर दिया। राजेश का कहना है कि वह शाम की ट्रेन से गुजरात लौटने वाला था।
जांच में यह भी सामने आया है कि वह मई में अयोध्या गया था, जहां धरना देने के दौरान सिक्योरिटी गार्ड्स ने उसकी पिटाई की थी। पुलिस अब यह जांच रही है कि यह हमला किसी बड़े मकसद का हिस्सा था या केवल उसकी निजी सनक।
आरोपी के बयानों में बार-बार असंगत और कल्पनात्मक बातें सामने आ रही हैं, जिसके चलते पुलिस मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद लेने पर विचार कर रही है।